शरद यादव का जीवन परिचय (Sharad Yadav Biography, Age, Political Career, Family, Son, Daughter in Hindi)
भारतीय राजनेता शरद यादव (Sharad Yadav Biography in Hindi) का देहांत 12 जनवरी 2023 को हुआ था। शरद यादव जो एक भारतीय राजनेता थे। वे साल 2017 में दिए एक विवादित बयान के कारण सुर्खियों में आ गए जिसके कारण लोग उनके बारे में जानना चाहते हैं। अगर आप भी उनके जीवन के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें।
नाम शरद यादव
जन्म तिथि 1, जुलाई 1947
जन्म स्थान होसंगाबाद , मध्य प्रदेश
माता का नाम सुमित्रा यादव
पिता का नाम नंदकिशोर यादव
शिक्षा रॉबर्टसन कॉलेज जबलपुर(BSC)
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से
इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग
बेटे का नाम शांतनु बुंदेला
बेटी का नाम सुभाषिनी राजा राव
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
उम्र (2022) 76 वर्ष
शरद यादव कौन थे ?
शरद यादव राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के एक राजनेता थे। वह सात बार लोकसभा और तीन बार JDU पार्टी की ओर से राज्यसभा के लिए चुने जा चुके थे। वह 2003 से 2016 तक जनता दल के गठन के बाद पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके थे। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण राज्यसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया और पार्टी नेतृत्व के पदों से हटा दिया था।
शरद यादव का जन्म और शिक्षा
शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाबई नामक गांव में हुआ। उनकी माता का नाम सुमित्रा यादव और उनके पिता का नाम नंदकिशोर यादव था। उन्होंने रॉबर्टसन कॉलेज जबलपुर से अपनी बीएससी की डिग्री प्राप्त की ओर जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग की थी।
वे पेशे से
किसान और इंजीनियर थे। उन्होंने 15 फरवरी 1989 को रेखा यादव से शादी की जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी है। उनकी बेटी
सुभाषिनी राजा राव बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस से जुड़ गई और
उन्होंने बिहारीगंज में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने RJD पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा और हार गई। शरद यादव के बेटे शांतनु बुंदेला
लंदन विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर थे।
ये भी पढें: संदीप माहेश्वरी का जीवन परिचय
शरद यादव का करियर
शरद यादव को पहली बार 1974 में मध्यप्रदेश के जबलपुर से उपचुनाव में लोकसभा के लिए चुना गया था । उस समय जेपी आंदोलन अपने चरम पर था और वे हलदार किसान के चुनाव चिन्ह पर राजनीतिक क्षेत्र के लिए चुने गए पहले उम्मीदवार थे। 1970 में वे फिर से उसी निर्वाचन क्षेत्र में चुने गए। 1979 में जब जनता पार्टी का विभाजन हुआ तो शरद यादव ने चरण सिंह गुट का समर्थन किया।
1981 में जब राजीव गांधी ने पहली बार चुनाव जीतकर लोकसभा में प्रवेश किया तब शरद यादव एक हारे हुए उम्मीदवार थे। वे 1984 में यूपी के बदायूं से हार गए थे। 1989 में वे बंदायू (लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र) से जनता दल के सदस्य के रूप में चुने गए। उन्होंने 1991 ,1996 ,1999 और 2009 में चार बार मधेपुरा सीट जीती है लेकिन निर्वाचन क्षेत्र से चार बार हार चुके हैं।
2017
में, उन्होंने बेटी के सम्मान के लिए वोटों की तुलना करते
हुए एक भाषण दिया और पूर्व को पसंद करने का सुझाव दिया। वह हवाला कांड के आरोपियों
में से एक था। हालांकि ,भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा
आरोपों को खारिज कर दिया गया था।
शरद यादव का विवादित बयान
जनता दल (यूनाइटेड) के नेता शरद यादव ने 24 जनवरी को पटना, बिहार में एक सभा को संबोधित करते हुए एक विवादास्पद बात कही। समाचार एजेंसी NNI द्वारा जारी एक वीडियो में, यादव को “बेटी की इज्जत से वोट की इज्जत बड़ी है” कहते हुए सुना जा सकता है, जिसका अर्थ है “वोट का सम्मान बेटी / बेटियों के सम्मान से ऊपर आता है।
“उन्होंने कहा ये बेटी की इज्जत से भी वोट की इज्जत बड़ी है। बेटी की इज्जत जाएगी, तो गांव या मोहल्ले की इज्जत जाएगी। और वोट एक बार बीक गया, या एक बार गद्दार होगा तो इलाके की, देश की आबरू या आने वाला सपना कभी पूरा नहीं होगा।
FAQ
Ques: शरद यादव कौन थे?
Ans : शरद यादव एक भारतीय राजनेता हैं जो JDU पार्टी से संबंधित थे।
Ques: शरद यादव का जन्म कहां हुआ?
Ans : शरद यादव का जन्म बंदाई गांव, होशंगाबाद, मध्यप्रदेश में हुआ था।
Ques: शरद यादव की साल 2022 में कितनी उम्र थी?
Ans : शरद यादव की साल 2022 में 75 वर्ष की आयु थी।
Ques : शरद
यादव की एजुकेशन क्या थी?
Ans : सिविल
इंजीनियरिंग
Ques : शरद
यादव के कितने बच्चे हैं?
Ans : एक
बेटा और के बेटी
Ques : शरद
यादव का गोत्र क्या था?
Ans : बुंदेला
Ques : शरद
यादव की शादी कब हुई थी?
Ans : 15
फरवरी 1989
Ques : शरद
यादव की बेटी का क्या नाम है?
Ans : सुभाषिनी
राजा राव
Ques : शरद
यादव की बेटे का क्या नाम है?
Ans : शांतनु
Ques : शरद
यादव का जन्म कब हुआ था?
Ans : 01
जुलाई 1947
Ques : शरद
यादव का निधन कब हुआ?
Ans : 12 जनवरी 2023
Ques : शरद
यादव का निधन कहाँ हुआ?
Ans : गुरुग्राम
के फोर्टिस अस्पताल में