जीवन मे निर्णय लेने पर अनमोल विचार
(Precious Thoughts on Decision Making in Life in Hindi)
1. जब समय अनुकूल ना होने पर और जल्दबाज़ी में कुछ लोग जिन्दगी मे गलत निर्णय ले लेते हैं, और उसे अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और योग्यता से सही साबित कर देते है।
2. जब तक हम रिस्क नहीं लेंगे तब तक हम आगे नहीं बढ़ सकते। एक सफल व्यापारी अपने व्यापार के शुरूआती दिनों में अगर जोखिम भरा निर्णय नहीं लेगा तो वो अपने व्यापार को कभी भी आगे नहीं बड़ा सकता और आगे चल कर उस एक जोखिम भरे निर्णय से पूरे जीवन भर लाभ उठाता है।
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4. कई बार हमारे द्वारा लिये गये निर्णयों से भाग्य का निर्माण निहित होता है।
5. एक बात हमेशा याद रखें की क्रोध, उत्तेजना, दूसरों की बातों में आकर कभी भी निर्णय नहीं लेने चाहिये,अक्सर उस समय पर लिये गये निर्णय आगे चलकर हमे गलत परिणाम देते हैं। ऐसी परस्थिति से हमेशा हमे बचना चाहिये, ताकि आगे हमे पछताने के अलावा और कुछ भी हाथ ना लगे।
6. काम करने में कभी भी ज्यादा ताकत नहीं लगती, लेकिन यह निर्णय करने में ज्यादा ताकत लगती है कि क्या, कब, कैसे करना है।
7. किसी कार्य को करने का मन बनाने के बाद ही किसी भी कार्य को करना चाहिये। क्यूंकि आपका लिया गया फैसला उस कार्य को करने के बाद ही पता चलता है कि की फैसले सही या गलत था, परिणाम के डर से हम किसी भी कार्य नहीं कर सकते।
9. जो अक्सर गहन सोचने वाले इंसान किसी भी फैसले को लेने मे देरी करते हैं, उनके द्वारा लिया गया किसी भी निर्णय कितना सफल होगा, ये बात उनको भी पता नहीं होती।
कभी भी निर्णय को सही साबित मत करो, निर्णय को साबित करने के लिये उस कार्य को अच्छे तरीके से करो जिसे लेने के लिये उस निर्णय का चुनाव किया गया था।
अगर पहले हम ये जान ले कि हम अपने आप का आंकलन कर लें, कि हम कहाँ पर है और हमें असल में किस दिशा में जाना है, सभी एक तरीके से होना चाहिये, पहले सोचें की हमें क्या करना है, और कैसे करना है, तो बेहतर निर्णय ले सकते है।
किसी भी कार्य की सफलता और असफलता का निर्धारण निर्णय नहीं करता, लिया गया निर्णय गलत है या सही है, ये बाद की बात है जब हम किसी भी कार्य को करने के बाद ही बता सकते हैं, कार्य को कितनी ईमानदारी, लगन और परिश्रम से किया गया है, कार्य करने पर निर्भर करता है।
यदि आप कोई भी निर्णय नहीं ले सकते तो आप दूसरे के हाथ की कटपुतली बन कर रह जायेंगे, आप को दूसरे ही कंट्रोल करेंगे, कि आपको क्या करना है।
हम बदलाव से डरते है, इसीलिये जोखिम उठाने से डरते है। और सही निर्णय लेने मे बहुत देरी कर देते हैं।
हमेशा निर्णय स्वयं लें, ताकि आप में Confidence आये, परन्तु निर्णय लेने से पहले दूसरों की राय और बात को जरुर सुने।
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