पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार का जीवन
परिचय
Para-Athlete Praveen Kumar Biography in Hindi
पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार का जीवन परिचय
Para-Athlete Praveen Kumar Biography in Hindi
टोक्यो पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में प्रवीण कुमार ने सिल्वर मेडल अपने नाम कर दिया है, इस जीत पर प्रवीण कुमार को मोदी जी ने जीत की बधाई दी है और कहा कि यह मेडल उनके कठिन परिश्रम और अद्वितीय समर्पण का परिणाम है। प्रवीण कुमार ने पैरालंपिक में पुरूषों की ऊंची कूद टी 64 स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता है।
18 वर्षीय कुमार ने पैरालंपिक में पदार्पण करते हुए 2.07 मीटर की कूद से एशियाई रिकार्ड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। वह ब्रिटेन के जोनाथन ब्रूम एडवर्ड्स के पीछे रहे जिन्होंने 2.10 मीटर की कूद से सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
इस मुकाबले में नोएडा के रहने वाले प्रवीण ने 2.07 मीटर की छलांग लगाई और दूसरे स्थान पर रहे। ब्रिटेन के ब्रूम एडवर्ड्स जोनाथन ने 2.10 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। जबकि पोलैंड के पोलैंड के लेपियाटो मासिएजो ने 2.04 मीटर की जंप के साथ कांस्य पदक जीता।
प्रवीण कुमार की उम्र सिर्फ 18 साल है, 15 मई 2003 को उनका जन्म हुआ था. प्रवीण उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida)
के निवासी हैं. प्रवीण कुमार ने साल 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय खेलों में अपना
पर्दापण किया और अब दो साल के भीतर ही उनके नाम ओलंपिक का सिल्वर मेडल है.
ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने से पहले प्रवीण
कुमार ने साल 2019 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी धमाल मचाया था. तब प्रवीण
कुमार चौथे नंबर पर आए थे, हालांकि मेडल जीतने से चूक गए थे.
प्रवीण कुमार जीवन परिचय विवरण ( Pravin Kumar Biography)
प्रवीण कुमार जीवन परिचय विवरण:-
पूरा नाम (Complete Name): प्रवीण कुमार
जन्म स्थान (Birth Place): गोविंदगढ़, (ग्रेटर नोएडा), उत्तरप्रदेश
जन्म दिनांक (Date of Birth): 15 मई 2003
उम्र (Age): 19 वर्ष
खेल (Game): पैरा एथलिट
प्रतिस्पर्धा (Events): T-64
राष्ट्रीयता (Nationality): भारतीय
प्रवीण ने शारीरिक कमजोरी को अपनी ताकत बनाई
प्रवीण स्कूल में वॉलीबॉल खेलते थे लेकिन उनकी
जंप भी अच्छी थी. एक बार उन्होंने स्कूल में हाई जंप में में भाग लिया था और
प्रदर्शन अच्छा रहा. इसके बाद उन्होंने इस खेल को संजीदगी से लेना शुरू किया और
ट्रेनिंग की. एक इवेंट के दौरान एथलेटिक्स कोच डा. सत्यपाल से उनकी मुलाकात हुई और
उन्होंने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेलने की सलाह दी.
बस, इसके बाद प्रवीण ने हाई जंप में अपनी ताकत झोंक दी. प्रवीण ने जुलाई 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. इसी साल नवंबर में सीनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में वो चौथे स्थान पर रहे थे. उन्होंने वर्ल्ड ग्रां प्री में गोल्ड जीता और हाई जंप में 2.05 मीटर का एशिया का रिकॉर्ड बनाया था.
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प्रवीण कुमार का एक पैर सामान्य रूप से छोटा है, लेकिन इसी को उन्होंने अपनी ताकत बनाया और आज इतिहास रच दिया. शुरुआत में वह वॉलीबॉल खेल चुके हैं, लेकिन बाद में हाई जंप का रुख किया. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में कोच सत्यपाल सिंह की अगुवाई में प्रवीण कुमार ने लगातार लगातार ट्रेनिंग ली.