हिंदी में प्रेरणादायक भाषण
(Best Motivational Speech in Hindi)
हर किसी के जीवन में उतार चड़ाव आता रहता ही है। और लोग उस समय में आपको और आपकी इच्छाशक्ति को तोड़ देने वाली बातें किया करते हैं। अक्सर वो आपको अपने हिसाब से सलाह देने के कोशिश करेंगे, लेकिन आपका साथ नहीं देंगे।
आप कोई भी नया काम करें तो यही लोग हमेशा आपको रोकने का प्रयास करेंगे। आपको नीचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। परन्तु आपको हमेशा अपने दिमाग में अपने लक्ष्य कि और आगे बढने पर ध्यान देना चाहिये।
जिंदगी में एक ऐसा वक्त जरूर आता है, जब सारी दुनिया हमारे खिलाफ हो जाती है। हम सब कुछ सही कर रहे होते हैं, फिर भी लोग हमें गलत ही समझ रहे होते हैं। हम सबकी नजरों से गिर जाते हैं। और जब ऐसा होता है तो इंसान टूट जाता है।
उसका किसी भी कार्य को करने का मन नहीं करता है, अंदर मन से इंसान दुखी होता है। परन्तु दोस्तों हमें अपने मन में आशा की किरण हमेशा जलाये रखना चाहिये। और हताश नहीं होना चाहिये कामयाबी देर से मिले किन्तु हमे अपनी मेहनत, लगन, ईमानदारी से कार्य को करना चाहिये।
मन में कभी कभी ऐसा भाव भी आता है, कि मै बीच में छोड़ दूँ
इस काम को। लेकिन दोस्तों याद रखना जो समय आपने उस कार्य को करने में लगाया है, वो
समय कभी भी वापस नहीं आ सकता। इससे अच्छा है, कि आप उस काम को तब तक बीच में ना
छोड़ें, जब तक वो पूरा नहीं होता है।
फिर भी अगर तुम्हारे साथ कभी ऐसा हो, तो खुद को याद दिलाना, कि तुम गलत नहीं बल्कि तुम अलग हो, तुम सही हो। क्या हुआ अगर दोस्त साथ नहीं, क्या हुआ अगर प्यार पास में नहीं, क्या हुआ जो
तुमने घर छोड़ दिया, क्या हुआ सब ने तुम से मुंह मोड़
लिया हो।
यह दुनिया की भीड़ सही लोगों को समझ ही नहीं पाती है। उनके सपने उनकी सोच आपकी सच्चाई को नहीं समझ पाती है। जब हजारों लोग गलत काम कर रहे हों और आप सही काम करे हों। तो उस अकेले सही इंसान को लोग ही झूठ और गलत
साबित करने में लग जाते हैं। ये दुनिया किसी का
भला ना करे, परन्तु उसका अहित जरुर कर देती है।
जब ऐसा होता है तो वह इंसान टूट जाता है, और जब कभी तुम्हारे साथ ऐसा हो तो
खुद को याद दिलाना, कि तुम गलत नहीं बल्कि बाकि सबसे अलग हो। तुम सही हो।
जब कोई समाज के नियमों के खिलाफ जाता है।
जब खुद की सीमाओं को लांघ कर सफ़ल नहीं बन जाता।
जब हम सभी हदों को पार करके जब हम कुछ अलग करते हैं। तब हमारे खुद के घर वाले हम पर विश्वास करना छोड़ देते हैं। तब उस समय सारे दोस्त भी छोड़कर जाने लगते हैं, और जब ऐसा होता है, तब इंसान मन से टूट जाता है, वो दुनिया में रह कर भी सब से अकेला महसूस करता है।
जब भी ऐसा हो तो खुद को एक बात याद दिलाना कि तुम गलत नहीं हो बल्कि
अलग हो तुम सही हो, अगर आप ईमानदार हो और अपने काम से प्यार करते हो, भले ही उस काम
में आपको ज्यादा पैसे नहीं मिलते।
लेकिन अगर आप पूरी मेहनत और लगन से काम कर रहे हो फिर भी अगर लोग आप पर
सवाल उठाए। तो खुद को याद दिलाना कि तुम
गलत नहीं बल्कि अलग हो जिंदगी को सरल बनाने की बजाय अगर आप अपने पैशन को फॉलो करते
हो, किसी की नौकरी करके गुलामी करने की बजाय अपनी मर्जी का काम करते हो।
हर वक्त आपको बस अपनी मंजिल दिखाई देती है, आपको पागल और गलत ही समझेंगे। जो कि वह नहीं समझ सकते, कि आपके दिमाग में
क्या चल रहा है। वह लोग हमेशा से ही रहे
हैं और उनका काम ही है, दूसरों पर सवाल उठाना उनका काम ही है। अगर कोई आगे बढ़े तो उसके पैर खींचना।
उन पर ध्यान देने देने के बजाय खुद को याद दिलाओ, कि तुम गलत नहीं तुम अलग
हो तुम बिल्कुल सही हो और अलग होना एक वरदान है खुद पर भरोसा रखो आगे बढ़ो क्योंकि
जीवन में बिना कर्म किये कुछ नहीं मिलेगा।
“ मत करो सुनो दूसरों की, समय पर आपकी सफ़लता उनका जवाब दे देगी”
दोस्तों आपको हमारी यह लेख कैसा लगा आपने कमेंट करके जरूर
बताइयेगा, क्योंकि आपके कमेंट से ही हमें पता चलता है, कि आपको हमारा लेख कितना
पसंद आया और अगर आपको हमारे लेख पढ़ कर अच्छा लगा हो तो, इसे अपने दोस्तों और
परिचित के साथ शेयर करना ना भूलें। धन्यवाद…