स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणादायक विचार
(Swami Vivekananda Quotes in Hindi)
Swami Vivekananda Quotes in Hindi: दोस्तों स्वामी विवेकानद जी के बारे में कौन नहीं जानता। आप सभी जानते ही होंगे कि स्वामी विवेकानद हमारे देश के वे एकमात्र पहले ऐसे महापुरुष हैं जिन्होंने भारत की संस्कृति की लहर को भारत ही नहीं पुरे विश्व में फैलायी थी।
देश के सभी युवाओ के लिए इन्होने एक नारा कहा था “उठो जागो और तक रुको मत जब तक अपने लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये” इस नारे का पालन करते हुए अनेको युवाओ ने अपने जीवन में सफलता हासिल की है और कर भी रहे हैं। दोस्तों विवेकानंद का जीवन हमें एक पाठ पढ़ता है, कि सफलता को कैसे प्राप्त किया जाता है। उनके वचन आदरणीय और पालन करने योग्य हैं।
इसलिए दोस्तों युवाओ को मार्गदर्शन करने हेतु स्वामी विवेकानंद जी के बहुत ही अच्छे, गुणी विचार और सिद्धांतों को आपके सामने लेकर आये हैं। जिनको पढ़ कर आप अपने जीवन में आगे बढ़ेंगे और अपने और जैसे लोगो को प्रेरित भी करेंगे।
आज की पोस्ट में विवेकानंद कोट्स आपके साथ स्वामी जी के कुछ विशेष वाक्य जो उन्होंने कहे थे उनको आपके साथ साझा करेंगे। ताकि आप इन सिद्धांतों को पढ़कर कभी अपने मार्ग से विचलित ना हो सके और निरंतर अपने जीवन में सफलता की और अग्रसर होते रहें।
साहस ही सफलता है
कायरता ही विफलता
प्यार ही जीवन है, और नफरत ही मरण।
मार्ग में बाधाएं आने का कारण है
कि आप सही मार्ग पर है
और आपका लक्ष्य निकट है।
अपने सत्य सनातन वैदिक धर्म और
भारत संस्कृति से विमुख होकर
जीने से बेहतर है कि हम जीना ही छोड़ दें।
सभी व्यक्तियों के अंदर अटल विचारों
और अलौकिक शक्ति का वास होता है
बस देरी है तो इनको पहचानने की।
आपको यह ध्यान में रखना चाहिए
हर भिखारी गरीब जरूर होता है
लेकिन हर गरीब भिखारी नहीं होता।
गुस्सा होकर कुछ कहने से पहले
एक बार जरूर सोच लेना चाहिए
क्योंकि गुस्सा जीवन से
कुछ ना कुछ छीन ही लेता है।
बातों का बादशाह बनने से अच्छा है
समय का उचित प्रयोग किया जाए और
समस्याओं का समाधान ढूंढा जाए।
अपने जीवन में रिस्क ले
यदि आप जीतते हैं तो शासन करते हैं
यदि आप हारते हैं तो आप
दूसरों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
मजबूत भारत राष्ट्र बनाने के लिए
जाति मजहब भेदभाव को भूलकर
समानता का भाव उजागर करना होगा।
जिंदगी में अच्छे सिद्धांत देने वाले व्यक्ति
कभी छोटे नहीं होते वह सदैव मौन
रहते हुए विश्व का कल्याण करते हैं।
तेजस्वी बनो जोर-शोर से
मेहनत करो और लक्ष्य को
चीरकर सफलता हासिल करो।
Attention को छोड़ respect के पीछे
भागना सीखिए क्योंकि Attention सेकंड में
गायब हो जाती है लेकिन respect
हमेशा के लिए बनी रहती है।
स्वाभिमान व्यक्ति के लिए
ताज के सम्मान होता है और
अभिमान उसका पतन होता है।
जो व्यक्ति परिवर्तन और मेहनत
करने से डरता है वो कायर होता है
और कायर कभी वीर नहीं कहलाता।
अगर मेहनत आदत बन जाए
इरादा पक्का और मंजिलें जिद्दी बन जाए
तो कामयाबी अपने आप चलकर आएगी।
कम बोलने वाले और ज्यादा सुनने
वाले लोग बहुत तेजस्वी होते हैं।
जब तक जीना है सीखते रहो
क्योंकि अनुभव जिंदगी का
सबसे बड़ा शिक्षक होता है।
एकाग्रता से ही वास्तविक ज्ञान
को प्राप्त किया जा सकता है।
ध्यान और एकाग्रता आराम
पाने का माध्यम नहीं
ज्ञान पाने का माध्यम है।
जीवन में एकाग्रता हर स्थिति में
हर परिस्थिति का
हल ढूंढने में सक्षम होती है।
संसार का कड़वा सच है
इंसान अपने लिए नहीं अपनों
के लिए ज्यादा परेशान रहता है।
जो व्यक्ति अपनी इंद्रियों को वश में कर लेता है,
और निरंतर अभ्यास करता है,
सफलता उसके कदम जरूर चूमती है।
संसार का नियम है जो जितना
घिसेना वह उतना ही निखरेगा
और अनुभव प्राप्त करेगा।
अज्ञानता को दूर करने का एकमात्र
उपाय निरंतर अध्ययन करना है।
गुरुओं का सम्मान करना शास्त्र का धर्म है
लेकिन माता-पिता की सेवा करना
उससे भी बड़ा कर्म है।
कम बोलो और ज्यादा सुनो
अपनी मेहनत पर भरोसा करो
इससे आप की आत्मनिर्भरता बनी रहेगी।
धर्म संस्कार एवं संस्कृति की
मजबूत जड़ें व्यक्तित्व को अद्वितीय
ओजस्विता प्रदान करता है।
हमारी बुद्धि हमारा विवेक
हमारे मन के आसक्त में है
अगर मन को वश में कर लिया
तो जीवन सफल हो जाएगा।
अपने आप को कभी
कम नहीं आंकना चाहिए
इससे आप अपना मनोबल
और आत्मविश्वास खो दोगे।
अनीति से लड़ना पाप होता है
लेकिन धर्म के लिए नीति का
पालन ना करना पाप नहीं होता।
अपनी गलती कभी अस्वीकार नहीं
चाहिए बल्कि गलती को स्वीकार करके
सही करने का प्रयास करना चाहिए।
इंसान की प्रवृत्ति
पानी के जैसी होनी चाहिए
जो सबके साथ घुल मिल सके।
अगर दिशा दिशा में अपना
नाम लिख जाना है तो
बहाने छोड़ मेहनत पर
हावी हो जाना है।
चावल में दूध डालने से खीर बनती है
मेहनत करने से तकदीर बनती है।
अगर आपने आज उठकर
अपना लक्ष्य तय कर लिया
और उसे पाने के लिए तैयार हो गए
तो आपका भविष्य बनने में
अब केवल कुछ पल ही बाकी है।
सदैव अपने कर्म के प्रति सजग रहो
और अधिकार के लिए हमेशा लड़ते रहो।
जीवन एक चक्रव्यूह है
जो इसमें फस गया
उसके लिए यह नर्क है
जिसने इसे तोड़ दिया
उसके लिए यह स्वर्ग है।
चिंतन मनन और एकाग्रता
असंतुलित मन को
संतुलित करने की एक कला है।
अपने संस्कारों को
परिष्कृत करना संस्कारवाद है
जानबूझकर गलती दोहराना
सबसे बड़ा श्राप है।
स्वर्ग और नर्क किसी ने नहीं देखा
इसलिए इसके बारे में सोचना व्यर्थ है
अपने कर्म पर ध्यान दो
यही जीवन जीने का अर्थ है।
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