गणतंत्र दिवस पर भाषण | Republic Day Speech in Hindi

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गणतंत्र दिवस 2023 पर भाषण

26 January 2023 Speech (Republic Day) in Hindi

Republic Day 2023 Speech in Hindi – दोस्तों अगर आप स्कूल या कॉलेज में जाते होंगे तो आपको भी भारत के गणतंत्र दिवस पर भाषण देते होंगे। और आपके सामने ये समस्या होती होगी कि हिंदी में एक अच्छा और प्रभावपूर्ण भाषण कैसे लिखें, और आज हम आपकी यही समस्या को आसान करने वाले हैं। हम आज अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि कैसे आप आने वाले 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर कैसे हिंदी में भाषण लिख सकते हैं।

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दोस्तों आपको यह तो पता ही होगा कि हम गणतंत्र दिवस को क्यों मनाते हैं? अगर आपको नहीं पता है, तो हम आपको इसके विषय में बतायेंगे। हमारा भारत देश 200 वर्षों तक अंग्रेजों का गुलाम रहा था। जिसके लिये हमारे देश में आज़ादी के लिए आन्दोलन हुये थे। जिसमें गांधी जी द्वारा चलाया गया असहयोग आंदोलन को आप जानते  होंगे। 

हमारा देश गुलामी की जंजीर को तोड़ने में 15 अगस्त 1947 को सफल हुआ था। अब देश तो आजाद हो चुका था लेकिन देश को चलाने के लिए कुछ नियम, कानून होते हैं। तो इसलिये देश के लिए एक नया संविधान(constitution) बनाया। जो हमारे भीम राव अम्बेटकर जी की अध्यक्षता में बनाया गया। 

जिसे हमने आजादी मिल जाने के बाद 26 जनवरी 1950 को 10 बजकर 18 मिनट पर पूरे हमारे देश में लागू कर दिया। जिसे हम सब भारत का संविधान से जानते हैं, जिसमें भारत के सभी नागरिकों के लिए मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है। और साथ-साथ देश को सुचारू रूप से चलाने हेतु अन्य नियमो, और कानून भी बनाये गए थे।

इस वर्ष 2023 में भारतीय अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे है। यह हर वर्ष अपना गणतंत्र दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और धूम धाम से मनाते हैं। इस दिन भारत में राष्ट्रीय स्तर पर छुट्टी होती है। यह स्कूल हो चाहे कॉलेज, कोई संस्था, गवर्मेन्ट ऑफिस हो Republic Day मनाया जाता है। 26 जनवरी के दिन स्कूल और कॉलेज में बड़े स्तर पर प्रतियोगिताएं और रंगारंग कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है।

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26 January Speech in Hindi – गणतंत्र दिवस पर प्रभावशाली भाषण हिंदी में कैसे लिखें

अगर आपको भी किसी भी मंच में जाकर गणतंत्र दिवस पर हिंदी में भाषण (Speech) देना हो तो आपके लिये हमारी ये पोस्ट आपके लिए बहुत मददगार साबित होगी। आपको बस इतना ही करना है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ते रहें।

26 January Speech in Hindi – गणतंत्र दिवस भाषण 2023

जब आप स्टेज पर जायेंगे तो अपने भाषण की शुरुवात इस प्रकार शुरु कर सकते हैं।

माननीय अतिथिगण, शिक्षक वर्ग, मित्रगण और मेरे भाई बहनों आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें। मेरा नाम …….. है। और मै कक्षा ….. में पढ़ता/पढ़ती हूँ। या मै एक शिक्षक हूँ। अपने भाषण की शुरुआत उन सभी को नमन करते हुए करेंगे जिन्होंने अंग्रेजो से संघर्ष करते हुए बलिदान दे दिया। आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में हम सब यहां एकत्रित हुए हैं और मुझे गर्व है कि मै भारत देश का एक नागरिक हूँ।

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भारत के वे सभी नायक जिन्होंने हमें आजादी दिलाने में अपनी कुर्बानी दे दी थी। आज उनको याद करते हुए उनको श्रद्धांजलि देते हुये हम आज गणतंत्र दिवस को मनाएंगे। आज के इस दिवस पर मैं आपसे इस दिन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहता हूँ। हम रिपब्लिक डे मना रहे हैं तो हमें आज के दिन, हमारे संविधान और उसके इतिहास के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है।

आज हम यहां पर सभी एकत्रित होकर अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। आज के दिन ही भारत दुन्य में एक गणतंत्र रूप में घोषित किया गया था। हमारे देश को स्वतंत्र करने के लिए बहुत से महापुरुषों और नायकों ने संघर्ष करते हुये अपनी कुर्बानी तक दे दी। और ये दिन इतिहास और हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण माना गया है।

हमारा भारत देश 200 वर्षों के बाद अंग्रेजों की गुलामी से आजाद होने के बाद 26 जनवरी 1950 को हमारा संविधान लागू किया गया था ताकि देश के सभी नागरिकों को अधिकार प्राप्त हो सके। और संविधान में सभी नियम,कानून बनाये गए। जिससे की सुचारु रूप से लागू भी कर दिया गया। जिससे आज ही के दिन हमारा भारत डेमोक्रेटिव रिपब्लिक बना था।

गणतंत्र का अर्थ होता है जनता का जनता के द्वारा शासन। यानी की जनता खुद ही अपने नेता का चयन कर सकती है। जनता के कहने पर ही चयनित नेता कार्य करेगा। जिन सेनानियों ने हमें अपना स्वराज्य वापस दिलाया है आज उन्ही की बदौलत से हम आजाद हैं, हम पर कोई भी जबरन काम करने के लिए दबाव नहीं डाल सकते।

Republic Day 2023 Speech in Hindi for School Students - 26 January Bhashan in Hindi / गणतंत्र दिवस भाषण

भारत के जो महान स्वतंत्रता सेनानी नेता थे उनके नाम कुछ इस प्रकार है सरदार भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, सरदार बल्ल्भ भाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आजाद, लाल बहादुर शास्त्री, तांत्या टोपे, राज गुरु और महात्मा गाँधी। इन महान नायकों का नाम इतिहास में लिखा है और बड़े ही सम्मान से इनका नाम लिया जाता है।

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भारत में अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं जैसे हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आदि। धर्म, समुदाय अलग होने के कारण सबके त्यौहार भी अलग-अलग होते हैं लेकिन आज का दिन सबके लिए एक जैसा होता है। आज का दिन सभी धूम धाम से और साथ मिलकर मनाते है। आज के दिन स्वतंत्रता सेनानीयों के बलिदान को याद किया जाता है।

भारतीय संविधान कैसे बना था?

आजादी के बाद हमारे संविधान को बनने में कुल 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। हमारा संविधान 2 भाषाओँ में लिखित है अंग्रेजी और हिंदी जिसे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा के द्वारा लिखा गया था। जब संविधान बना था उस समय हमारे संविधान में कुल 396 अनुच्छेद, 8 सूचियां और 22 भाग थे।

जिनमें अभी तक 104 संशोधन किये गए हैं। और इन्ही नियमों अधिकारों को लागू करके हमें सिखाया कि हमें कैसे रहना है और कैसे अपने नियम कानूनों का पालन करना है और भारत को आगे चलकर एक विकसित राष्ट्र बनाना है।

संविधान को डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में रहकर 284 सदस्यीय टीम ने तैयार किया था। जिसमें 15 महिला सदस्य भी थी। हमारा संविधान हस्तलिखित था। इसमें न तो कोई टेलीप्रिंटिंग थी और ना ही टाइपिंग थी। हमारा संविधान विश्व का लिखित सबसे बड़ा संविधान है। जिसे बनाने में 6 माह का समय लगा। हमारे देश में संविधान ही एक मात्र ऐसा है जो सभी धर्म, जाति के लोगों को जोड़ के रखता है। इस दिन वीरों को राष्ट्रपति द्वारा अशोक चक्र, परमवीर चक्र से सम्मानित किया जाता है।

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हम अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं इस दिन प्रधानमंत्री जी के द्वारा लाल किले पर ध्वजा रोहण किया जाता है और साथ में राष्ट्रगान गाया जाता है और जो शहीद सैनिकों को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। और हमारी तीनो सेना जल, थल, वायु सेना अपने कौशल दिखाती है और परेड में भाग लेती है। हर वर्ष हमारे गणतंत्र दिवस पर विदेश से अतिथियों को बुलाया जाता है।

संविधान लागू होने के कुछ समय बाद राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र सिंह प्रसाद पहली बार अपनी बग्गी से राष्ट्रपति भवन से निकले। राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के द्वारा संविधान लागू करते समय कहा गया था की हमने एक ही संविधान और संघ में हमारे पूर्ण महान और विशाल देश के अधिकार को पाया है। अब संविधान की रक्षा करना उसके नियमों का पालन करना देश के नागरिकों का कर्तव्य है।

गणतंत्र दिवस – 26 जनवरी पर भाषण

प्रिय साथियों जब से हमारा संविधान लागू है, तब से हमारा देश एक समाजवादी, संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में देखा जाता है। 1950 में हमारा संविधान लागू हुआ था। आज हम 74वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। देखें तो हम एक लम्बा सफ़र तय कर चुके हैं, और आज के समय में दुनिया के सामने भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के रूप में खड़ा है।

आज के दिन गणतंत्र दिवस पर हमें उनको भी याद करना चाहिये, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिये अपने प्राणों की भी फ़िक्र नहीं की। उनके ही कारण आज हम आज़ादी की हवा में साँस ले पा रहे हैं। इस दिन के लिए हमे हमारे संविधान को बनाने वालों की भी याद करना चाहिये। काफ़ी संघर्ष के बाद हमारे देश का संविधान बना है। जिसने हमारे राष्ट्र के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश के रूप में काम किया है और समय की कसौटी पर खरा उतरा है।

हमारा संविधान बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो हमें और हमारी समाज की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्षों से विकसित हुआ है। यह सभी नागरिकों के मौलिक अधिकारों की गारंटी देता है और अपने नागरिकों के प्रति राज्य के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निर्धारित करता है। यह उन सिद्धांतों और मूल्यों को भी निर्धारित करता है जो देश में  शासन करने की हमारे लोकतांत्रिक प्रणाली को मजबूत आधार प्रदान करते हैं।

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हमारे संविधान की अनोखी विशेषताओं में से एक संघवाद की शक्ति है। भारत एक संघीय गणराज्य है, जिसका अर्थ है कि केंद्र सरकार और राज्यों की शक्तियों को स्पष्ट रूप से व्याख्या की गयी है, और यह सुनिश्चित करने के लिए जांच और संतुलन की व्यवस्था है कि सरकार के प्रत्येक स्तर की शक्तियों का उनके संबंधित क्षेत्रों में प्रयोग किया जाता है। संघवाद की इस प्रणाली ने हमारे राष्ट्र की एकता और विविधता को बनाए रखने में मदद की है और इसने हमारी लोकतांत्रिक प्रणाली की स्थिरता और अखंडता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

आज इस गणतंत्र दिवस पर हम प्रण करें कि हम अपने संविधान में बताये गये नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों को जीवन भर बनाए रखने की कोशिश करेंगे। हम अपने राष्ट्रीय दायित्व को पूर्ण रूप से निभाएंगे । जिसमें हम एक मजबूत, अधिक समृद्ध और अधिक समावेशी भारत बनाने के लिए मिलकर काम करें जो अपने सभी नागरिकों के लिए समान अवसर और न्याय प्रदान करे।

पिछले 74 वर्षों में भारत ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है और हमें अपनी उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिये। आज हमने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, इमारतें में काम किया है जिससे हमारे देश की आर्थिक विकास हुआ है। आज भारत देश दुनिया में शीर्ष विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों और नयी और उभरती हुई नयी कंपनियों के लिये एक महत्वपूर्ण स्थान बन गया है, और हमने अभी तक विभिन्न प्रकार के क्षेत्र जैसे फार्मास्यूटिकल्स, आईटी और नयी ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में और देशों से अग्रणी हैं।

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हालांकि अब भी हम कई चुनौतियों का भी सामना कर रहें है जैसे गरीबी, असमानता और सामाजिक अन्याय हमारे समाज को लगातार त्रस्त कर रहे हैं, और हमें इन मुद्दों के समाधान के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करना चाहिए। हमें जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और पर्यावरणीय गिरावट से उत्पन्न चुनौतियों का भी समाधान करना चाहिए। इन चुनौतियों का सामना और समाधान करने के लिए हम सभी को एक जुटता के साथ समान मानसिकता से काम करने की जरूरत है।

हमें हमेशा एक बात याद रखने की जरूरत है कि हमारे राष्ट्र की असली ताकत विविधता और एकता है। हमारा देश भले कई संस्कृतियों, भाषाओं और धर्मों से मिलकर बना हो, हम सब इस देश के लोकतंत्र, समानता, अधिकारों और न्याय के लिए अपने सामान्य मूल्यों से मिलकर एकजुट हुये हैं। 

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हमें हमेशा अधिक समावेशी और सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने की ओर कार्य करने का प्रयास करना चाहिए, जहां हर किसी व्यक्ति के साथ समान और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाना चाहिये, भले ही उसके पीछे उनकी मंशा और विश्वास कुछ भी रहा हो।

और आज के दिन पर अंत में, मैं कहना चाहता हूं/चाहती हूँ कि हमारे हाथ में हमारे देश का भविष्य है। हमें जिम्मेदार नागरिकों के रूप में काम करना चाहिये। हमारा देश के प्रति यह हमारा कर्तव्य है कि हमें देश के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेकर, हमें हमारे समाज के विकास में अपना योगदान देना चाहिये और भारत रुपी राष्ट्र को आगे ले जाने वाले महान मूल्यों और सिद्धांतों का संरक्षण करना चाहिये। इस गणतंत्र दिवस पर, आइये हम अपने देश की उपलब्धियों का जश्न मनाएं और इस महान राष्ट्र का हिस्सा होने पर गर्व महसूस करें। जय हिन्द!

Republic Day Speech से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर (FAQ's)

प्रश्न. 2023 साल में भारत कौन सा गणतंत्र दिवस मनायेगा।?

उत्तर.2023 साल में भारत अपना 74 वां गणतंत्र दिवस मनायेगा।

प्रश्न. गणतंत्र दिवस का अर्थ क्या है ?

उत्तर. गणतंत्र दिवस का अर्थ जनता का जनता के द्वारा शासन। यानी की जनता के द्वारा फैसला लिया जायेगा की वे अपनी इच्छा के नेता का चयन करें। और जनता के अनुरूप काम करे।

प्रश्न. संविधान 26 जनवरी 1950 को ही क्यों लागू किया गया ?

उत्तर. संविधान को लागू करने के लिए इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि 1930 में कांग्रेस के अधिवेशन को इसी दिन भारत में पूर्ण स्वराज मिला था।

प्रश्न. संविधान को बनाने के उद्देश्य क्या है ?

उत्तर. संविधान को बनाने का उद्देश्य लोगों को उनके मौलिक अधिकारों को दिलाने और देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए नियम कानून बनाये गए है।

प्रश्न. हमारा संविधान कितनी भाषाओं में उल्लेखित है ?

उत्तर. हमारा संविधान 2 भाषाओँ में लिखा गया है। हिंदी और अंग्रेजी।

प्रश्न. भारत के किन महा सेनानियों के त्याग के कारण हमें आजादी मिली ?

उत्तर. भारत के जो महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंहसरदार बल्ल्भ भाई पटेलराजगुरु, सुभाष चंद्र बोसचंद्र शेखर आजादलाल बहादुर शास्त्रीऔर महात्मा गाँधी

प्रश्न. हमारा देश कितने वर्षों तक अंग्रेजों के अधीन था ?

उत्तर. भारत लगभग 200 वर्षों तक अंग्रेजों के अधीन था।

प्रश्न. संविधान को कितने सदस्ययी टीम ने तैयार किया था ?

उत्तर. संविधान को 284 सदस्ययी टीम ने तैयार किया था। जिसमें 15 महिला सदस्य भी थी।

प्रश्न. संविधान लागू कब किया गया ?

उत्तर. हमारा संविधान 26 जनवरी 1950  समय 10 बजकर 24 मिनट पर लागू किया गया था।

प्रश्न. संविधान लागू होते ही संविधान में कुल कितने अनुच्छेद दिए गए थे और अभी तक कितने अनुछेद में संसोधन किया गया ?

उत्तर. हमारे संविधान में कुल 396 अनुच्छेद, 8 सूचियां और 22 भाग थे। जिनमें अभी तक 104 संशोधन किये जा चुके हैं।

प्रश्न. 2023 Republic Day में Chief Guest कौन होंगे ?

उत्तर. साल 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी होंगे।

प्रश्न. गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है ?

उत्तर. इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था और भारत के नागरिकों को उनके मौलिक अधिकार प्राप्त हुए थे।

प्रश्न. भारत के किन महा सेनानियों के त्याग के कारण हमें आजादी मिली ?

उत्तर. भारत के जो महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंहसरदार बल्ल्भ भाई पटेलराजगुरु, सुभाष चंद्र बोसचंद्र शेखर आजादलाल बहादुर शास्त्रीऔर महात्मा गाँधी

प्रश्न. संविधान को बनने में कुल कितना समय लगा था ?

उत्तर. हमारे संविधान को डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में 02 वर्ष 11 माह और 18 दिनो का समय लगा था।

आज के इस लेख में हमने आपको गणतंत्र दिवस पर भाषण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने की पूरी कोशिश की है उम्मीद है आपको यह पोस्ट गणतंत्र दिवस पर भाषण पसंद आई होयदि आपके पास गणतंत्र दिवस पर भाषण से सम्बंधित कोई अन्य जानकारी  हो या हमारे लेख मे कोई त्रुटी होतो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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