जीवन का सार (Jiwan Ka Saar in Hindi)
जीवन को प्रत्येक मनुष्य जीता है, लेकिन उसका सार वो अपने अंत समय में ही जान पता है आइये आज हम ऐसे ही कुछ विचार जानते है।
- प्राणी जीवन मे अहम् की भावना रखता है, जो कि ग़लत है।
- मानव जीवन को जीवन में उदारवादी होना चाहिये।
- मनुष्य को किसी को देख कर उस पर हँसना और मजाक नहीं उड़ाना चाहिये, क्यूंकि समय से बलवान कोई नहीं है।
- मानव का कोई अपना नहीं होता, वरन सभी उससे स्वार्थ से बंधे हुऐ हैं।
- सभी का आदर और सभी से प्रेम की भावना को हमेशा जीवन में बनाये रखना चाहिये।
- प्राणी को स्वार्थ, काम, क्रोध को भूल कर भगवान की आसक्ति में मन लगाना चाहिये, जिस से उसका जीवन धन्य हो।
- दूसरे को बोलने से पहले, सोच लेना चाहिये कि हमारी बातों से किसी का मन दुःखी न हो।
- दूसरे की सहायता के लिये हमेशा आगे रहना चाहिये।
- ऐसे विचारों से हम अच्छा और एक सकरात्मक जीवन जी सकते हैं।
दोस्तों आपको हमारी यह लेख कैसा लगा, और अगर आप इस पोस्ट से सम्बंधित कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। क्योंकि आपके कमेंट से ही हमें पता चलता है, कि आपको हमारा लेख कितना पसंद आया और आपको हमारे लेख पढ़ कर अच्छा लगा हो तो, इसे अपने दोस्तों और परिचित के साथ शेयर करना ना भूलें। धन्यवाद।
ये भी पढ़े: