रिश्तों का एहसास (Rishton Ka Ehsaas in Hindi)
रिश्तों का एहसास और उनकी आवाज़ भी बड़ी मधुर होती है, दिल से लगा कर देखो तो सब अच्छा लगता है, नहीं तो सब बेकार लगता है ! रिश्ते जो हम दिल से जोड़ते हैं, जिस में कोई लोभ, लालच नहीं होता है, बल्कि समर्पण होता है, मन की गहराई मे जाकर ही रिश्तों में मिठास घुलती है, जो रिश्तों का मजाक उड़ाते है, जिंदगी भर उनको ठोकर, सुकून नसीब नहीं होता, रिश्तों को महत्व दिल से दो, न कि दिखावे से, निभाना है तो दिल से।
जंहा इंसान की कदर नहीं होती वंहा रिश्ते नहीं बन सकते, रिश्ते सच्चे दिल, और सुंदर भावना से बनते हैं, जिस में, कोई कपट नहीं हो सकता, चाहे वो दूसरे से ही क्यों न बने रिश्ते हो, इंसान की इच्छा से ही अच्छे, सच्चे रिश्तों का जन्म होता है। दूसरे की कमी को अपनाना भी अच्छे रिश्ते की नींव रखता है, अच्छे रिश्तों का जन्म दिल से होता है।