आखिर Rolls Royce की कारें इतनी महंगी क्यों हैं?
(Why are Rolls Royce cars so Expensive in Hindi)
जब भी दुनिया में सबसे महंगी कार की बात आती है, तो सबके दिमाग और जुबान पर Rolls Royce का ही नाम आता है। बहुत से लोगों का सपना होता है, Rolls Royce की कार लेना। लेकिन हम आपको बता दें, Rolls Royce की कार लेना इतना भी आसान नहीं है।
दुनिया में सभी जानते हैं, कारों में सबसे महंगी कार Rolls Royce Car की कार होती हैं। इन कार की शुरुवाती कीमत 5 करोड़ रूपये से होती है और ये जानकर आपको पता चल ही गया होगा की ये कार कितनी प्रीमियम और एक्सक्लूजिव है। ऐसे में अगर आप भी रोल्स रोयस के इन कार जैसे “घोस्ट, फैंटम, और डोन ” कार आती है।
आज के आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं, आखिर क्यूँ होती है Rolls Royce की इतनी ज्यादा कीमत, और Rolls Royce के बारे में इसी जानकारी जो आपको अभी तक नहीं पता है। आइये तो शुरु करते हैं।
Rolls Royce Car का इतिहास (History of Rolls Royce Car)
Rolls Royce एक ब्रिटिस लक्ज़री ऑटो मोबाइल कार कम्पनी है। इस कम्पनी की शुरुआत की Henry Royce द्वारा 1884 में शुरू किये गए इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल बिजनेस से हुई। रॉयल्स ने अपनी पहली मोटर कार 1904 में बनायीं थी और उसी साल रॉयल्स की मुलाकात Charles Rolls से हुई जिनकी कम्पनी लन्दन में क्वालिटी कार्स बेचा करती थी इसके बाद रॉयल्स और रोल्स में एक अग्रीमेंट हुआ।
जिसके हिसाब से Royce cars
limited manufacturing करेगी और उन कारो को बेचने का काम रोल्स
की कम्पनी करेगी। इस तरह इस अग्रीमेंट के बाद साल 1906
में Rolls Royce brands शुरू हुआ जो आज तक एक्सक्लूजिव और
प्रीमियम ब्रांड बनाता है इसी साल इस कम्पनी ने सिक्स सिलेंडर सिल्वर घोस्ट कार
लोंज की जिससे एक साल के अन्दर ही इस कार को बेस्ट कार इन दा वर्ल्ड कार कहा जाने लगा।
आखिर ऐसा क्या हुआ कि Rolls
Royce की कार से कचरा उठाया गया ?
ये बात 1920 की है, जब अलबर के महाराजा जय सिंह प्रभाकर जी ने
7
Rolls Royce कार खरीदी। इंग्लेंड में
उन्हें इस कम्पनी की कार का टेस्ट ड्राइव करने से मना कर दिया गया। ये बात महाराजा
को बिलकुल भी पसंद नहीं आई और इसके लिए इस कम्पनी से 7 ब्रांडेड केयर
खरीदी और उनसे नगर का कचरा
उठाने के लिए लगा दिया।
लेकिन जब
ये बात Rolls
Royce कम्पनी को पता चली तो उन्होंने महाराजा जय सिंह प्रभाकर जी से
लिखित में माफ़ी मांगी, और
उनसे प्रार्थना की कि उन्हें अपनी गलती का एहसास है, और अब उनकी ब्रांड की कार से
कचरा न उठाया जाये। तब जाकर महाराजा जय सिंह ने कार को कचरा उठाने से कार को मुक्त कर दिया। और फिर Rolls
Royce कंपनी ने उनको 7 नई कार दी
थी।
आखिर Rolls Royce की कारें इतनी महंगी क्यों हैं?
Rolls Royce एक ऐसा ब्रांड है
जिसे कोई भी जल्दी से विलासिता से जोड़ देगा। Rolls Royce को इस ग्रह की सबसे आरामदायक और शानदार कारों में से एक बनाने के लिए
जाना जाता है। इस अत्यंत आरामदायक अनुभव के लिए, किसी भी
अन्य कार की कीमत से कहीं अधिक कीमत चुकानी पड़ती है, जो
आपके पास हो सकती है।
Rolls Royce की कारें
भारत में आधिकारिक तौर पर भी उपलब्ध हैं और इन कारों की कीमत लगभग 6 करोड़ से शुरू होती है और आपके द्वारा चुने गए मॉडल के आधार पर 10 करोड़ से अधिक हो जाती है। Rolls Royce की हर
कार अपने आप में अनूठी होती है और यही कीमत भी तय करती है।
दूसरी कारों की तुलना में Rolls Royce कारों को क्या महंगा बनाता है?
1. कार का निर्माण:
विपरीत,
Rolls Royce कारों का बड़े पैमाने पर उत्पादन नहीं होता है। Rolls
Royce कार का काम ग्राहक द्वारा ऑर्डर देने के बाद ही शुरू होगा।
संक्षेप में इन कारों को ऑर्डर करने के लिए बनाया गया है। इसका मतलब है कि
प्रत्येक वाहन का निर्माण करते समय अतिरिक्त सावधानी बरती जाती है ताकि यह
सुनिश्चित किया जा सके कि ग्राहक को कोई समस्या न हो।
2. कार का रंग:
एक बार जब आप उस मॉडल को अंतिम रूप दे देते हैं जिसे आप खरीदना चाहते हैं, तो अगला कदम रंग का चयन करना है। Rolls Royce रंगों की एक विशाल विविधता प्रदान करता है जिसमें से ग्राहक चुन सकता है।
वास्तव में, रॉल्स Royce के बारे में कहा जाता है कि उसके पास लगभग 44,000 रंग पैलेट हैं। ग्राहक अपनी Rolls Royce को विशिष्ट रूप देने के लिए उस पर एक कस्टम पेंट जॉब के लिए भी कह सकता है। रंग के आधार पर कार की कीमत भी बढ़ जाती है। Rolls Royce द्वारा रंग या पेंट को अंतिम रूप देने से पहले व्यापक काम किया जाता है।
Rolls Royce आपके नाम से कस्टम रंग का पेटेंट भी कराती है ताकि कोई और आपकी अनुमति के बिना इसका इस्तेमाल न कर सके। एक्सक्लूसिविटी, लेयर्स और शेड के आधार पर कार की कीमत बढ़ जाती है।
जब कोच लाइनों को हाथ से पेंट करने की बात आती है, तो Rolls Royce के पास केवल एक ही व्यक्ति
होता है जो ऐसा करता है। वह एक विशेषज्ञ हैं और सालों से यह काम कर रहे हैं। Rolls
Royce के प्रत्येक किनारे को ध्यान से पिनस्ट्रिप करने में लगभग
तीन घंटे लगते हैं।
3. कार का इंटीरियर:
Rolls Royce को अन्य निर्माताओं से अलग करने वाले अन्य प्रमुख कारकों में से एक केबिन है। बाहरी की तरह, इंटीरियर भी कई तरह के अनुकूलन विकल्पों के साथ आता है। ग्राहक आंतरिक सज्जा के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्रियों और बनावटों में से चुन सकते हैं।
ग्राहक द्वारा चुनी गई सामग्री कीमत निर्धारित करती है। इसके अलावा,
Rolls Royce पिकनिक हैम्पर्स, व्हिस्की
कैबिनेट्स, हिडन ज्वैलरी सेफ, रेफ्रिजरेटर
आदि जैसे विकल्प भी प्रदान करता है। केबिन अच्छी तरह से अछूता है और अत्यधिक आराम
प्रदान करता है।
4. अंदर बैठने पर शांति
Rolls Royce का केबिन इंसुलेशन के कारण बेहद खामोश है। ग्राहक को वैकल्पिक स्टारलाईट हेडलाइनर भी मिलता है। ग्राहक एक विशिष्ट नक्षत्र चुन सकते हैं और इसे केबिन के अंदर प्राप्त कर सकते हैं। तारामंडल बनाने के लिए स्टारलाईट हेडलाइनर हजारों व्यक्तिगत रूप से बुने हुए फाइबर ऑप्टिक्स का उपयोग करता है।
Rolls Royce कारों में
इस्तेमाल होने वाले टायर भी महंगे होते हैं। ये विशेष रूप से Rolls Royce कारों के लिए बनाए गए हैं ताकि कार के गति में रहने के दौरान केबिन में
सड़क के शोर को कम किया जा सके।
ऑटोमोबाइल कंपनी रोल्स रॉयस को शानदार और महंगी कारें बनाने के लिए जाना जाता है। जब भी कोई बड़ी और मशहूर हस्ती अपने स्टेटस के अनुसार कार खरीदने के बारे में सोचती है तो उसके सामने सबसे पहला ऑप्शन रोल्स रॉयस का आता है।
कुछ लोगों का सोचना हो सकता है कि
इसकी कारों में ऐसा क्या खास होता है? जो
यह इतनी महंगी होती हैं। इसलिए हमने यहां रोल्स रॉयस की कारें महंगी होने का कारण
बताया है।
केबिन में शानदार मैटेरियल का होता है उपयोग
कई कंपनियां अपनी कारों के केबिन
में प्लास्टिक या साधारण गुणवत्ता वाले मैटेरियल का उपयोग करती हैं।
वहीं रोल्स रॉयस की कारों के केबिन
में अच्छे मैटेरियल का उपयोग किया जाता है। बता दें कि कारों में अधिकांश बटन्स
मेटल के बने होते हैं।
इतना ही नहीं कंपनी ने अपने कुछ
चुनिंदा मॉडल्स को डिजाइन करने में सोने और क्रिस्टल का उपयोग भी किया है।
साथ ही डैशबोर्ड अच्छी लकड़ी और
चमड़े से बना होता है।
सालों बाद भी परफॉर्मेंस में नहीं आती कमी
डिजाइन के अलावा रोल्स रॉयस को
भरोसे के लिए भी जाना जाता है। इसकी कारों पर आंख बंद कर भरोसा किया जा सकता है।
आज भी कंपनी की कारें सालों-साल
अच्छा परफॉर्म करती हैं।
इनकी कारों को इतने ध्यान और अच्छे
मैटेरियल से बनाया जाता है ताकि सालों बाद भी उनकी परफॉर्मेंस में कोई कमी न आए।
यही कारण है कि लोगों को इसकी कारों
पर इतना भरोसा होता है।
हैंडक्राफ्टेड होती हैं कारें
बहुत ही कम कंपनियां हैं, जो
इस बात का दावा करती हैं कि उनकी कारें हैंडक्राफ्टेड यानी हाथ से बनी हुई होती
हैं।
हालांकि, ऐसी
कंपनियों में एक रोल्स रॉयस भी है। इस कंपनी की कारों में केवल पेंट का काम हाथ से
नहीं होता है।
उसके अलावा कारों में सारा काम हैंडक्राफ्टेड होता है। जिस कारण यह अधिक उपयोगी और आकर्षित होती हैं।
यहां तक कि रेडिएटर और इंजन अभी भी
पूरी तरह से कारीगारों द्वारा बनाए जाते हैं।
ब्रांड की भी होती है कीमत
जैसा कि हमने बताया है कि बड़े
व्यापारियों आदि की पहली पसंद रोल्स रॉयस होती है। यही कारण है इसे प्रसिद्ध
हस्तियों के स्टेटस को देखते हुए डिजाइन किया जाता है।
सालों से प्रसिद्ध अभिनेताओं और
मशहूर हस्तियों अपने स्टेटस को बढ़ाने के लिए रोल्स रॉयस की कारों का उपयोग कर रहे
हैं।
इसका मतलब है कि इनकी कीमत सिर्फ
कार की खूबियों के लिए ही नहीं बल्कि ब्रांड के लिए भी होती है। इसलिए यह महंगी
होती हैं।
सालों से चली आ रही है रोल्स रॉयस
रोल्स रॉयस के पास 100
सालों से ज्यादा का अनुभव है। सन 1981
में रोल्स रॉयस ने कंपनी इंजीनियरिंग को बेहतर करने के लिए एक ट्रस्ट का गठन किया
था।
कंपनी न केवल अपनी ब्रांड के लिए
बल्कि प्रसिद्ध ब्रिटिश सिंगल सीट लड़ाकू विमान स्पिटफायर का इंजन डेवलप करने के
लिए जानी जाती है।
यह भी एक कारण है कि लोग रोल्स रॉयस
की कारों को पसंद करते हैं और यह मंहगी होती हैं।
ड्राइविंग अनुभव होता है बेहतर
आधुनिक रोल्स रॉयस की कारों को
चलाने का अनुभव ही अलग होता है। इनमें V12
इंजन दिया जाता है।
नई कलिनन मॉडल से लंबी यात्रा के
दौरान काफी आराम मिलता है। यात्रियों के आराम के लिए इसमें सेल्फ लेवलिंग एयर
सस्पेंशन का उपयोग किया गया है।
लंबी यात्रा के दौरान न सिर्फ बैठने
वाले को बल्कि ड्राइविंग करने वालों को भी काफी आराम मिलता है। यही कारण है कि लोग
इसे पसंद करते हैं।
बेहतरीन टेक्नोलॉजी का होता है उपयोग
रोल्स रॉयस की कारों में बेहतरीन
टेक्नॉलॉजी का उपयोग किया जाता है। इसकी कारों को ट्रेडिशनल डिजाइन दिया जाता है, लेकिन
इलेक्ट्रॉनिक्स में यह एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं।
अच्छे इंजीनियरों की टीम मिलकर कार को बेहतर बनाती है।
आपको बता
दें कि रोल्स रॉयस कलिनन में पार्किंग के लिए 360
डिग्री 3D कैमरा
भी है। साथ ही इसमें एक नाइट मोड भी दिया जाता है। इन सभी कारणों की
वजह से इसकी कारें महंगी और अच्छी होती हैं।
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आज के इस लेख में हमने आपको Rolls Royce की कार से जुडी बातें विस्तार पूर्वक जानकारी देने की पूरी कोशिश की है। उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आई हो, यदि आपके पास Rolls Royce की कार से सम्बंधित कोई अन्य जानकारी हो या हमारे लेख मे कोई त्रुटी हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।